भारतीय सिनेमा का बादशाह कहे जाने वाले बॉलीवुड ने अनगिनत कहानियों को अपनी छवि में कैद किया है। इनमें से एक कहानी है बॉलीवुड के एक्शन किंग सनी देओल की, जिन्होंने अपने अनोखे अभिनय और काम के साथ-साथ राजनीति में भी अपना मकसद ढूंढ लिया।
सनी देओल का बचपन से लेकर फिल्मी सफर तक:
सनी देओल का करियर फ़िल्म “बेताब” से शुरू हुआ था, उनकी खासियत थी उनके विशेष डायलॉग और एक्शन सीन्स में। उन्होंने “घातक” में न केवल अभिनय किया बल्कि निर्देशन भी किया, जिससे उनका प्रतिभा में नए दिशानिर्देश का पता चला।
सनी देओल की अहम फिल्में और पुरस्कार:
“घायल” नामक फ़िल्म ने सनी देओल को एक नई पहचान दिलाई, और उन्हें फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार के बेस्ट एक्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
उनकी दमदार प्रस्तुति और अद्वितीय अभिनय ने दर्शकों का दिल जीता। उनकी अन्य महत्वपूर्ण फ़िल्में में “दमिनी”, “गदार: एक प्रेम कथा”, “सिंह साहब द ग्रेट” आदि शामिल हैं।
सनी देओल का राजनीति में कदम
सनी देओल ने अपनी फ़िल्मी करियर के साथ-साथ राजनीति में भी कदम रखा। 2019 में उन्होंने भारतीय भाजपा के उम्मीदवार के रूप में गुरदासपुर से लोकसभा चुनाव में भाग लिया और जीत हासिल की।
सनी देओल की फ़िल्में
वर्ष | फ़िल्म |
---|---|
2018 | मोहल्ला अस्सी |
2017 | पोस्टर बॉईज |
2016 | घायल वन्स अगैन |
2013 | यमला पगला दीवाना-2 |
2011 | यमला पगला दीवाना |
2010 | राईट या राँग |
2007 | बिग ब्रदर |
2007 | अपने |
2007 | फूल एन फाइनल |
2006 | तीसरी आँख |
2006 | नकशा |
2006 | काफ़िला |
2005 | जो बोले सो निहाल |
2004 | रोक सको तो रोक लो |
2004 | लकीर |
2003 | द हीरो |
2003 | कैसे कहूँ कि प्यार है |
2003 | खेल |
2003 | जाल |
2002 | माँ तुझे सलाम |
2002 | कर्ज़ |
2002 | २३ मार्च १९३१:शहीद |
2002 | जानी दुश्मन |
2001 | फ़र्ज़ |
2001 | ग़दर |
2001 | कसम |
2001 | ये रास्ते हैं प्यार के |
2001 | इण्डियन |
2000 | चैम्पियन |
1999 | प्यार कोई खेल नहीं |
1999 | दिल्लगी |
1999 | अर्जुन पंडित |
1998 | सलाखें |
1998 | इसकी टोपी उसके सर |
1997 | ज़िद्दी |
1997 | ज़ोर |
1997 | बॉर्डर |
1997 | कहर |
1997 | और प्यार हो गया |
1996 | जीत |
1996 | अजय |
1996 | घातक |
1996 | हिम्मत |
1995 | अंगरक्षक |
1995 | दुश्मनी |
1995 | इम्तिहान |
1994 | इंसानियत |
1993 | गुनाह |
1993 | डर |
1993 | इज़्ज़त की रोटी |
1993 | लुटेरे |
1993 | दामिनी |
1993 | क्षत्रिय |
1992 | विश्वात्मा |
1991 | नरसिम्हा |
1991 | विष्णु देवा |
1991 | योद्धा |
1991 | शंकरा |
1990 | आग का गोला |
1990 | घायल |
1990 | क्रोध |
1990 | वर्दी |
1989 | चालबाज़ |
1989 | निगाहें |
1989 | जोशीले |
1989 | त्रिदेव |
1989 | मैं तेरा दुश्मन |
1989 | मज़बूर |
1988 | यतीम |
1988 | पाप की दुनिया |
1988 | इन्तकाम |
1988 | राम अवतार |
1987 | डकैत |
1986 | सवेरे वाली गाड़ी |
1986 | समुन्दर |
1986 | सल्तनत |
1985 | अर्जुन |
1985 | ज़बरदस्त |
1984 | सोनी महिवाल |
1984 | मंज़िल मंज़िल |
1984 | सनी |
1983 | बेताब |
निष्कर्ष:
सनी देओल के अद्वितीय अभिनय और फ़िल्मों में उनके विशेष डायलॉग ने उन्हें बॉलीवुड के एक्शन किंग के रूप में याद किया है। उनका साहस राजनीति में कदम रखने के लिए भी सराहनीय है। सनी देओल की अनसुनी कहानी एक प्रेरणास्त्रोत बन सकती है,
जिसने सिनेमा में अपनी खास पहचान बनाई है। उनके अद्वितीय एक्शन सीन्स और अभिनय के आदर्श आज भी लोगों के दिलों में हैं.